इस पोस्ट मे आप पढ़ने वाले है भूतों की कहानियां वो भी 2023 की बिलकुल नयी bhoot ki kahani in hindi इस bhoot ki kahani in hindi with photo मे एक लड़के की कहानी है जो भूत बन कर गरीब लोगो की मदद करता है उनको पढ़ाकर । और साथ ही इस भूतों की कहानियां मे पढ़ कर आप को बहुत मज़ा आने वाला है ।
आपको इस भूतों की कहानियां भूतों की कहानियां मे आपको बहुत मज़ा आने वाला है तो चलिये शुरू करते है भूतों की कहानियां
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गरीब लोगों को पढ़ाने वाला भूत (भूतों की कहानियां )
1 दिन दीपक स्कूल से अपने घर आता है और अपनी मां से कहता है कि मां मेरा स्कूल में फर्स्ट नंबर आया है और मेरे इतने मार्च पूरे स्कूल में किसी को भी नहीं आए हैं अब मैं किसी बड़े कॉलेज में जाकर पढ़ाई करना चाहता हूं यह सुनकर उसकी मां कहती है।
बेटा हम गरीब है मैं दिनभर फैक्ट्री में काम करती हूं मेरे पास इतने पैसे नहीं है कि मैं तुम्हें किसी बड़े कॉलेज में पढ़ा सकूं क्योंकि उन कॉलेजों की फीस बहुत होती है यह सुनकर दीपक कहता है नहीं मां मैं बड़ा हो गया हूं और मुझे अपने पैरों पर खड़ा होना है इसलिए मुझे बड़े कॉलेज में जाना है।
पर मैं भी अब तुम्हारे साथ फैक्ट्री में काम करूंगा और फैक्ट्री में काम कर कर पैसे जमा करूंगा और उसे पैसों से बड़े कॉलेज में एडमिशन लूंगा यह सुनकर दीपक की मां बहुत खुश हो जाती है पर दीपक से कहती है ठीक है आज से ही तुम मेरे साथ फैक्टर में चलो और अच्छे से मन लगाकर काम करो और कॉलेज पढ़कर मेरा नाम रोशन करो।
दीपक फैक्ट्री में जाता है और काम करने लगता है ऐसे ऐसे में एक महीना गुजर जाता है और पगार का दिन आ जाता है पगार के दिन सभी लाइन लगाकर खड़े होते हैं लेकिन फैक्ट्री का मालिक सभी को उनकी पगार से कम पैसे दे रहा था।
जैसे कि एक आदमी के ₹15000 हो रहे थे लेकिन उसे फैक्ट्री के मालिक ने ₹10000 ही दिए और दूसरे आदमी के 20000 हज़ार रुपए हो रहे थे तो उसे फैक्ट्री के मालिक ने ₹10000 ही दिया। ( आप पढ़ रहे है bhoot ki kahani in hindi )
अब दीपक की मां का नंबर आता है दीपक के मां के भी ₹25000 हो रहे थे लेकिन फैक्ट्री के मालिक ने उसे ₹15000 ही दिए यह देखकर दीपक को गुस्सा आ गया और वह फैक्ट्री के मालिक के पास गया और कहा कि मेरी मां के ₹25000 हो रहे हैं लेकिन आपने मेरी मां को ₹15000 ही दिए हैं इतने पैसे कम क्यों दिए हैं।
यह सुनकर फैक्ट्री का मालिक गुस्सा हो गया और कहा कल के आए हुए लड़का मुझे सिर्फ आएगा कि मुझे किसको कितने रुपए देना चाहिए और यह बोलकर वहां से चला गया अब दीपक को बहुत गुस्सा आ रहा था वह तमाम मजदूर के पास गया और उनसे कहा कि तुम्हारे मजदूरी के तो ज्यादा ज्यादा पैसे उड़ाए थे लेकिन तुमने कम पैसे क्यों के लिए।
यह सुनकर सभी मजदूर कहने लगे बेटा हम ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं और हमें हिसाब किताब भी नहीं आता है इसीलिए हम कम पैसे ले लेते हैं और फैक्ट्री का मालिक इसका फायदा उठाता है यह बात चल ही रही थी कि फैक्ट्री का मालिक वहां जाता है।
और कहता है दीपक तो मेरे मजदूरों को भड़का रहे हो और यह मैं बर्दाश्त नहीं कर सकता इसलिए मैं आज से ही तुम्हें और तुम्हारी मां को इस फैक्ट्री से निकालता हूं जब मेरे फैक्टरी में तुम्हारे लिए कोई काम नहीं है। ( आप पढ़ रहे है bhoot ki kahani in hindi )
दीपक यह सुनकर गुस्सा हो जाता है और कहता है मैं तुम्हारे कंप्लेंट पुलिस स्टेशन में करूंगा और यह कहीं पर दीपक और उसकी मां वहां से चली जाती है और दीपक अपनी मां को घर छोड़ता है और इसके मालिक की कंप्लेंट करने के लिए पुलिस स्टेशन जाता है रास्ते में ही फैक्ट्री का मालिक अपनी कार से आता है और दीपक को कार से कुचल कर चला जाता है और दीपक वह मर जाता है।
दीपक मारकर भूत बन जाता है और वह उठकर देखता है तो क्या पाताहै कि वह मर गया है और भूत बन गया है। ( आप पढ़ रहे है bhoot ki kahani in hindi )
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अब दीपक बहुत सारे गरीबों को जमा करता है एक कमरे में जैसे ही सारे लोग दीपक को भूत देखते हैं वह डर जाते हैं और कहते हैं भूत भूत यह सुनकर दीपक कहता है मैं बहुत जरूर हूं लेकिन मैं तुम्हें कोई नुकसान नहीं पहुंच जाऊंगा
मैंने आज दिन भर देखा है तुम्हारे अनपढ़ होने की वजह से सारे लोग तुम्हारा फायदा उठाते हैं और तुम्हें अपनी मेहनत से कम पैसे देते हैं इसीलिए मैं तुम्हें आज से पढ़ना चाहता हूं और रोज रात को तुम्हें पढ़ाऊंगा ताकि तुम्हारे साथ कोई धोखा नहीं कर सके।
यह सुनकर सारे लोग इस बात पर राजी हो जाती है कि रोज दीपक भूत उन्हें पढ़ाई और दीपक बहुत रोजाना होने पर आता है ऐसा करते-करते कई समय बीत जाता है।
एक बार दीपक भूत रास्ते से जा रहा होता है कि उसे एक चमचमाती गाड़ी में सूट बूट में खड़ा हुआ एक आदमी दिखाई देता है वह आदमी दीपक गुस्सा करता है मुझे पहचाना मैं वही भिकारी हु जिसे तुमने पढ़ाया था।
और आज मैं पढ़ लिख कर बड़ा आदमी हो गया हो पर मेरे पास एक बड़ा बंगला है और एक बड़ी गाड़ी है और बैंक बैलेंस है यह सुनकर दीपक बहुत बहुत ही खुश हो जाता है लेकिन वह आदमी दीपक भूत से कहेता है क्या तुम्हें पता है कि तुम्हें एक्सीडेंट में किसने मारा था यह सुनकर दीपक भूत कहता है कि किसने मारा था वो आदमी कहता है कि वह फैक्ट्री के मालिक ने तुम्हें मारा था।
दीपक भूत कहते हैं कि क्या मुझे फैक्ट्री के मालिक ने मारा था वह आदमी कहता है हां यह लो मेरे कार की चाबी और तुम भी इस कार से उस फैक्ट्री के मालिक को कुचल लो दीपक भूत कार को ले जाते हैं और फैक्ट्री के मालिक को कार से कुचल देता है और अपना बदला पूरा कर के वहां से चला जाता है। ( आप पढ़ रहे है bhoot ki kahani in hindi )
भूतिया पुलिस वाला ( भूतों की कहानियां )
एक बार की बातें जनकपुर नाम के गांव में एक चोर रहता था वह कर बहुत ही शातिर था वह सभी के घरों में चोरी करता था लेकिन वह कभी भी पकड़ नहीं गया था उसे इस तरह से चोरी करना आती थी कि लोगों को पता भी नहीं चलता था कि उसके घर किसने चोरी की है।
एक बार वोह चोरी करने के लिए एक घर में जाता है और हम घर में जाकर देखा है कि घर सजा डर है वह समझ जाता है कि इस घर में शादी होने वाली है और जरूर इस घर में सोने के गहने और बहुत सारे पैसे होंगे वह जल्दी से तिजोरी के पास जाता है और तिजोरी खोलता है।
तिजोरी खोल कर वह कर बहुत ही खुश हो जाता है। क्योंकि उसे तिजोरी में बहुत सारे सोने के गहने और रुपए थे यह लेकर चोर भागने ही वाला होता है कि वहां से एक लड़की की आवाज आती है और वह कहती है यह गहने रुपए से लेकर तुम यहां से नहीं जा सकते।
और लड़की जोर-जोर से चिल्लाने लगती है तभी लड़की के माता-पिता वहां आ जाते हैं और लड़की का पिता कहता है तुम मुझे नहीं जानते मैं कौन हूं जल्दी से यह सारे गाने और पैसे मुझे दे दो और तुम यहां से जा सकते हो यह सुनकर कर बहुत डर जाता है और लड़की के गले पर चाकु रख देता है यह देखकर लड़की का आप बहुत ही डर जाता है।
और कहता है मेरी बेटी को छोड़ दो तुम यह सब गहने और पैसे लेकर जा सकते हो लेकिन जैसे ही कर आगे बढ़ता है लड़की का पिता उसे पीछे से पकड़ लेता है और दोनों के बीच हद तक आई होती है और कर लड़की के पिता के पेट में चाकू डाल देता है जिस लड़की का पिता वही मर जाता है।
कुछ दिनों के बाद उसे आदमी की लड़की की शादी भी टूट जाती है क्योंकि उसके पास दहेज़ के पैसे नहीं थे वह तो चोर चुरा कर ले गया था।
कुछ ही दिनों के बाद जो लड़की का पिता था वह एक पुलिस वाला होता है इसीलिए वह एक पुलिस वाले का भूत बन जाता है और जगह-जगह उसे चोर को ढूंढने लगता है बहुत टाइम के बाद ढूंढने पर उसे भूत पुलिस को वह कर मिल जाता है और वह चोर को पकड़ लेता है और जेल में डाल देता है।
जेल में जाने के बाद वह भूत पुलिस चोर को अच्छे से जीने नहीं देता वह रात को सोते समय कर के ऊपर से कंबल उठा लेता है और उसे जेल में बहुत परेशान करता है और उसे वह भूत दिखाई भी देता है कर सारा दिन बहुत-बहुत चिल्लाता रहता है सभी लोग उसे देखकर हंसते हैं क्योंकि वह बहुत पुलिस सिर्फ चोर को दिखाई देता है और किसी को नहीं।
उसे जेल का डॉक्टर उसे पागल ना कह दे इसीलिए उसे अब यह कहना बंद कर देता है कि मुझे भूत दिखता है।
लेकिन उसे भूत पुलिस ठीक से जीने नहीं देता और उसे बहुत परेशान करता है आखिरकार वह कर उसे बहुत पुलिस से कहता है तुम कौन हो और मुझे इतनी तकलीफ क्यों दे रहे हो वह बहुत पुलिस करता है मैं वही हूं जिसके पेट में तुमने कर को डाला था और जो तुमने मेरे पैसे चुराए थे और गए ने चुराए थे वह मेरे बेटी के दहेज के पैसे थे जिसकी वजह से मेरी बेटी का रिश्ता टूट गया।
यह सुनकर कर कहता है मेरे पास अभी भी बहुत पैसे हैं मैं अपने पैसों से तुम्हारी बेटी की धूमधाम से शादी करूंगा और यह कहने के बाद कर अपने पैसे से उसे बहुत पुलिस की बेटी की धूमधाम से शादी करवाता है यह देखने के बाद भूत पुलिस बहुत खुश हो जाता है और वहां से चला जाता है।
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