आज की इस बच्चों की नई कहानियां मे आप पढ़ने वाले है होशियार समोसे वाला चंदू की chhote bacchon ki kahani इस बच्चों की नई कहानियां को आपने कभी नहीं सुना होंगा क्यूकी ये 2023 की बिलकुल ही नई कहानी है इस bacchon ki kahani bacchon ki kahani को पढ़ कर आप को बहुत मज़ा आने वाला है ।
इस बच्चों की नई कहानियां मे समोसे वाला एक राजी के महाराजा को अपनी होशियारी से बहुत अच्छा मज़ा छकाता है तो चलिये शुरू करते है chhote chhote bacchon ki kahani
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होशियार समोसे वाला चंदू ( chhote bacchon ki kahani )
उसी गांव में चंदू नाम का एक आदमी था जो समोसे का ठेला लगाता था उसके समझ से इतने स्वादिष्ट है कि दूर दूर से लोग उसके हर समोसे खाने के लिए जाते थे उस गांव में इससे पहले किसी ने समोसे नहीं खाए थे चंदू ने शहर जाकर समोसा बनाना सीखा और अपने गांव में आकर समोसे का ठेला लगा लिया। आप पढ़ रहे है chhote bacchon ki kahani
चंदू गरम-गरम पर स्वादिष्ट समोसे बनाता है और महारानी को खिलाता है महारानी समोसे खा कर खुश हो जाती है और कहती है इससे स्वादिष्ट समोसे मैंने आज तक नहीं खाए
और वहां से चले जाती है अब चंदू समोसे वाला महाराज से रहते हैं मेरे ₹10000 हुए हैं यह सुनकर महाराज करता है एक काहे के 10,000 मैं महाराज हूं और मैं किसी को पैसे नहीं देता हूं।
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यह सुनकर चंदू समोसे वाले को बहुत गुस्सा आ जाता है और वह महाराज से बदला लेने का सोचता है और उन्होंने से कहते हैं क्यों नहीं महाराज मैं तो आपको और आपकी महारानी को रोज पेट भर भर को समोसे खिलाऊंगा लेकिन इतने समोसे बनाने के लिए मेरे पास कोई आदमी नहीं है इसीलिए मुझे आपके दरबारी चाहिए ताकि मैं ज्यादा से ज्यादा समोसे बना सकूं।
यह सुनकर महाराज कहता है कि ठीक है ठीक है मेरे दरबारियों को लेकर जाओ वैसे भी यह दिन भर महल में रहकर कोई काम धाम तो करते नहीं है और यह कहकर महाराज वहां से चला जाता है पर चंदू भी महाराज के दरबारियों को लेकर अपने घरहकर आ जाता है।
अब चंदू गांव में बेचने वाले समोसे में मिलावटी मसाला डालता है लेकिन महाराज को देने वाले समूहों में अच्छा मसाला डालता है जिसकी वजह से गांव वालों का पेट खराब हो जाता है लेकिन महल में समोसे खाने वालों को कुछ नहीं होता।
और पूरे गांव वाले मिलकर महल में जाते हैं और महाराज से कहते हैं कि हमारे गांव में बीमारी आई है अब हम गांव में नहीं रहेंगे आपके महीने ही रहेंगे क्योंकि यह बीमारी आपके महल में नहीं आई है यह सुनकर महाराज कहता है कि तुम महल में रहोगे तो खेतों में काम कौन करेगा और मुझे पैसे कौन देगा। आप पढ़ रहे है chhote bacchon ki kahani
यह सुनकर गांव वाले कहते हैं एक राजा का काम होता है अपनी प्रजा की हिफाजत करना लेकिन इस राजा को तो लालच है पैसों का हमें ऐसा राजा नहीं चाहिए यह सुनकर चंदू कहता है हां इस ने पिछले महीने से मेरे सारे समोसे पहले लेकिन मुझे ₹1 भी नहीं दिया यह सुनकर महाराज कहते हैं कि दरबारियों बंदी बना लो इस चंदू समोसे वाले को।
लेकिन महाराज आनाकानी करता है और यह सुनकर सारे गांव वाले महाराज को मारने लगते हैं पर महाराज और उसकी बीवी वहां से भाग जाते हैं ।
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