आज की इस panchtantra ki kahaniyan मे हम पढ़ने वाले है जैसे को तैसा पंचतंत्र की कहानी क्यूंकी panchtantra ki kahaniyan पढ्न बच्चो को बहुत अच्छा अच्छा लगता है इसी लिए हम आज 2024 की बिलकुल नई और मज़ेदार जैसे को तैसा पंचतंत्र की कहानी पढ़ने वाले है तो चलिये शुरू करते है जैसे को तैसा पंचतंत्र की कहानी
मुकेश रोजाना सुबह काम पर जाता और शाम को घर वापस आता था लेकिन फिर भी वह अपना घर अच्छी तरह से नहीं चला पता था क्योंकि वह रोज के सिर्फ ₹200 ही कम पता था एक दिन जब वह घर पर आया तो उसे घर में धुआं दिखने लगा तभी वह अपनी बीवी से कहता है कि तुमने इतना घर में धुआं क्यों करके रखी हो।
यह सुनकर मुकेश की बीवी कहती है कि क्या करूं तुमने मुझे कोई गैस सिलेंडर लाकर तो दिया नहीं इसीलिए मैं चूल्हे पर ही खाना बनाऊंगी ना और अगर मैं चूल्हे पर खाना बनाऊंगी तो धुआं तो होगा ही।
यह सुनकर मुकेश कहता है कब तक हम इस तरह गरीबों की जिंदगी जिएंगे और कब तक मैं किसी के यहां पर नौकरी करता रहूंगा यह सुनकर मुकेश की बीवी कहती है मैं तो आपसे कब से कह रही हूं कि मैं और आप मिलकर कोई बिजनेस शुरू करते हैं जिससे हमें किसी के यहां काम भी ना करना पड़े और अच्छी खासी कमाई भी हो जाए।
यह सुनकर मुकेश कहता है हां तुम सही रहती हो पिछले दिवाली पर जो तुमने समोसे बनाए थे वह मटर और पनीर के समोसे देना बहुत स्वादिष्ट थे हम मटर पनीर के समोसे की रेड़ी लगाते हैं इससे हमारा बहुत धंधा होगा।
दूसरे दिन मुकेश और उसकी बीवी मटर पनीर समोसे का सामान लाते हैं और दूसरे दिन ही बाजार में मटर पनीर समोसे की रेड़ी लगाते है।
मटर पनीर के समोसे बहुत ही स्वादिष्ट थे इसीलिए दो-तीन लोग खाने के लिए आते हैं और उन्हें वह समोसे बहुत पसंद आए और उन्होंने पूरे गांव में खबर फैला दी के मुकेश के मटर पनीर समोसे बहुत ही स्वादिष्ट है इसीलिए मुकेश के पास बहुत सारी भीड़ जमा हो गई और सब ने मिलकर समोसे खा लिए इसे मुकेश के पूरे समोसे बिक गए और उसकी अच्छी खासी कमाई हो गई।
दूसरे दिन मुकेश ने और समोसे बेच इसी तरह उनका धंधा बहुत ही बढ़ गया था और वह तब ₹10 का एक समोसा बेचा करते थे लेकिन मुकेश के बीवी के मन में लालच आ गया और उसने कहा कि अब हमारी ग्राहकी बहुत हो गई है इसीलिए अब हम ₹10 का नहीं बल्कि ₹20 का समोसा बेचेंगे।
दूसरे दिन से अब वह मटर पनीर का समोसा ₹20 का एक बेचने लगे लेकिन समोसे बहुत ही स्वादिष्ट थे इसीलिए लोगों ने ₹20 का समोसा भी खरीद लिया इसी तरह अब वो और भी पैसे कमाने लगे।
एक बार जब वह पनीर खरीदने के लिए गए तो उन्होंने देखा कि वहां पर बासी पनीर भी पड़ा हुआ है वह सिर्फ ₹150 किलो है और ताजा पनीर ₹300 किलो मुकेश के बीवी के मन में लालच आ गया और उसने आधे भाव में बासी पनीर खरीद लिया और बाजार से खराब मटर भी खरीद लिया।
मुकेश और उसकी बीवी ने बासी से पनीर और खराब मटर के समोसे बनाएं और बाजार में बेचने के लिए गए लेकिन जैसी ही लोगों ने वह समोसे खाए लोगों को उसका स्वाद अच्छा ही नहीं लगा और दो लोग तो समोसा खाते ही गिर गए क्यों की उन्होंने बासी पनीर के समोसे खाए थे इसीलिए उन्हें इंफेक्शन हो गया।
तभी वहां से पनीर वाला गुजरा और वह पनीर वाले को पता चल गया कि उन्होंने खराब पनीर के समोसे बनाए हैं और उसने यह बात सबको बता दी सभी मुकेश को करने के लिए उसके ऊपर चढ़ पड़े तभी उसकी बीवी ने सबसे माफ़ी मांगी और कहा कि हम लालच में आ गए थे इसीलिए किया अब हम आपसे वादा करते हैं कि हम ताजा पनीर और ताजी सब्जी की ही समोसे बनाएंगे।
और इसके बाद उन्होंने कभी लालच नहीं किया और ताजा पनीर के और ताजा मटर के समोसे बनाने लगे और सारे लोग वह समोसे खुशी-खुशी खाने लगे।
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