आज की इस मजेदार भूत की कहानी मे आप सभी लोग , बच्चे और खास करके बच्चो को कहानी सुनने वाले मम्मी पापा पढ़ने वाले है भूत की कहानी भूत की कहानी क्यूंकी इसी तरह की मजेदार भूत की कहानी पढ्न बच्चो को इतना पसंद होता है की वो ऐसी कहानिया सुने बगैर रहेते ही नहीं है ।
और इसी बात को ध्यान मे रखते हुए आज हम आप सभी के के लिए लाये है 2023 very new 5+ मजेदार भूत की कहानी और वो भी फोटोस के साथ और बिलकुल नए अंदाज़ मे ताकि आपका मजेदार भूत की कहानी पढ़ने का मज़ा खराब न हो तो चलिये शुरू करते है भूत की कहानी भूत की कहानी
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भूत की कहानी भूत की कहानी
मजेदार भूत की कहानी
चुड़ैल की भूतिया हवेली
रंगपुर नाम का एक गांव था उस गांव में गांव के बाहर एक बहुत ही पुरानी हवेली थी और वो हवेली बहुत दिनो से खाली पड़ी हुई थी और बहुत दिनो से खाली रहने की वजह से उसमे बहुत सारे पेड़ और घास उग चुकी थी।
एक दिन गांव की पंचायत भरती है और गांव के लोग सरपंच जी से कहते है की " आपको उस हवेली और गांव के बीच एक बहुत बड़ी दीवार खींच लेना चाहिए।
ये सुनने के बाद सरपंच जी कहते है क्यों क्या हुआ? ये सुनने के बाद बिरजू कहता है " सरपंच जी कल मैं उस हवेली के पास से जा रहा था तभी मुझे पायल की ज़ोर ज़ोर से आवाज आ रही थी शायद उस पुरानी हवेली में चुड़ैल रहती है।
उन्ही में से गीता भी कहेने लगी " हा सरपंच जी मेरे पति ने भी उस हवेली में चुड़ैल के हंसने की आवाज़ सुनी है।
सारे गांव वाले की बात सुनने के बाद सरपंच जी कहते है " ठीक है अगले हफ्ते मेरा बेटा उसके दोस्त के साथ अमरीका से आने वाला है उसे इस के बारे कुछ नही पता चलना चाहिए, उसके जाने के बाद मैं गांव और उस हवेली के बीच में दीवार खींच दूंगा।
दूसरे दिन गांव का एक आदमी जिसका नाम किशन था उस हवेली के पास से जा रहा था तभी उसे वहा एक लड़की दिखाई दी वो लड़की बहुत सुंदर थी, ये देखने के बाद किशन कहता है मैंने तुम्हे इस गांव में पहले कभी नहीं देखा ये सुनने के बाद वो लड़की कहेती है मैं इसी हवेली में रहेती हू।
यह सुनने के बाद किशन समझ जाता है कि यह लड़की जरूर भूत है और वह उसे डर कर भागने लगता है लेकिन भागते-भागते उसका पैर के चल जाता है और वह नीचे गिर कर मर जाता है बाद में गांव वाले को पता चलता है तो किशन को उठाकर गांव में ले जाते हैं और वही समझते हैं कि किशन को हवेली भी चुड़ैल ने ही मारा है।
अब यह बात धीरे-धीरे पूरा गांव में फैल जाती है और सारे गांव वाले हवेली के उसे चुड़ैल से डरने लगते हैं। इस बीच सरपंच जी का बेटा वहां गांव में आता है और वह कर हवेली के सामने से गुजरती है तब सरपंची का बेटा ड्राइवर से पूछता है कि यह हवेली किसकी है तो ड्राइवर डॉक्टर करता है पता नहीं यह हवेली किसकी है लेकिन इस हवेली में चुड़ैल रहती है।
यह सुनने के बाद सरपंची का बेटा रवि और उसका दोस्त रमेश जोर जोर से हंसने लगते हैं और कहते हैं कि हम अमेरिका से आए हैं हम भूत चुड़ैल में विश्वास नहीं करते यह समझे तुम बार ड्राइवर करता है अगर तुम में हिम्मत है तो उसे हवेली में एक रात रहकर दिखाओ बड़े-बड़े लोग बड़े बुरी बातें करने वाले एक रात उस हवेली में नहीं रह पाए हैं।
यह सुनकर सरपंच जी का बेटा रवि कहता है अगर ऐसी बात है तो हम एक रात उसे हवेली में रखेंगे और हम भी तो देखेंगे की चुड़ैल होती कैसी है और वह दिखती कैसी है या वह सच में होती भी है या नहीं के गांव वाले ऐसी ही चुड़ैल से बेमतलब के डरते हैं।
घर पहुंचने के बाद सरपंच जी अपने बेटे का स्वागत करते हैं और उसी रात सरपंच जी का बेटा रवि उसे कहता है मैं कल रात हवेली में रुकूंगा यह सुनकर सरपंच जी बहुत ही शौक हो जाते हैं और अपने बेटे से कहते हैं कि तुम ऐसा क्यों करना चाहते हो यह सुनकर रवि कहता है मैं गांव वालों के दिल से हवेली पर खौफ मिटाना चाहता हो यह सुनने के बाद सरपंच जी उसे इजाजत दे देते हैं हवेली में रुकने के लिए।
अब रवि हवेली में जाता है और दोनों दोस्त रवि और उसका दोस्त हवेली में सोते हैं सोने के बाद उन्हें कुछ आवाज सुनाई देती है यह सुनने के बाद जब वह अड्डा कर देखते हैं तो तीन लुटेरे होते हैं जो हवेली में अपना अंडा बना कर रखते हैं और हवेली में कोई ना आए इसीलिए उन्होंने भूत की झूठी खबर फैला रखी थी।
यह देखने के बाद रवि और उसका दोस्त कुछ नहीं कहते हैं और रात भर उसे हवेली में रहते हैं और सुबह होती ही वह पुलिस को फोन लगाते हैं पुलिस आती है तो उन लुटेरन को पड़ती है और पुलिस वाला कहता है कि इन लुटेरों में हमारा जीना मुश्किल कर दिया था और हम तो अंदाजा ही नहीं लगा सकते थे कि वह इस भूतिया हवेली में रहते थे और लोगों को डराते थे।
पुलिस उन लुटेरे को पकड़ कर ले जाती है अब गांव वाले बहुत ही खुश होते हैं क्योंकि उन्हें पता चल जाता है कि वह हवेली भूतिया नहीं थी बल्कि उनमें यही लुटेरे रहते थे अब सभी गांव वाले आसानी से और रात में भी उसे हवेली के आसपास जाने से नहीं डरते और सभी लोग खुशहाली से अपना जीवन जीते थे और सरपंच जी का बेटा भी अमेरिका वापस लौट गया।
रहसम्य हवेली
राघव और अमन अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं और उन्हें अपने-अपने पढ़ाई की डिग्री भी मिल जाती है राघव और अमन दोनों भी चचेरे भाई थे और उन्होंने बहुत ही अच्छी तरह से अपनी पढ़ाई पूरी कर ली एक दिन राघव ने अमन से करते हैं कि हमें अब अपने गांव वापस जाना चाहिए और हमारे गांव में जो हमारी पुश्तैनी हवेली है उसे हम बेच देते हैं।
अमन ने कहा हां भाई हमें ऐसा ही करना चाहिए हमें अपनी हवेली बीच देनी चाहिए और उससे जो पैसे मिलेंगे उससे हम नया बिजनेस स्टार्ट करेंगे जिससे हमारे पास बहुत पैसा आ जाएगा और दोनों ही भाई अगली बस से गांव के लिए निकलते हैं।
बस से उतरने के बाद वह गांव में इधर-उधर देखते हैं कि उनकी हवेली कहां है लेकिन उन्हें कोई दिखाई नहीं देता।
बहुत चलने के बाद उन्हें एक आदमी दिखाई देता है जिसका नाम राजू होता है उसे अमन और राघव पूछते हैं कि इस गांव में सबसे बड़ी हवेली कौन सी है राजू उन्हें हवेली का पता बताता है।
आखिरकार राघव और अमन हवेली तक पहुंची जाते हैं जैसे ही वह हवेली में पहुंचते हैं हवेली के बाहर एक बूढ़ा आदमी आता है और वह कैसा है कि तुम्हें क्या काम है राघव और अमन कहते हैं कि हम इस हवेली के मालिक है तुम इस हवेली में क्या कर रहे हो।
वह बूढ़ा व्यक्ति कहेता है मैं इस हवेली का पहरेदार हूं और मैं बरसों से इस हवेली की पहरेदारी कर रहा हूं यह सुनने के बाद राघव और अमन कहते हैं लेकिन यह तो खाली पड़ा हुआ था तुम्हें इस हवेली के रखवाली करने के लिए कौन पगार देता है।
यह सुनने के बाद वह बूढ़ा व्यक्ति करता है कि मैं ही इस हवेली का मालिक हूं क्योंकि यह हवेली वर्षों से वीरान पड़ी थी और कोई इसका वारिस नहीं था लेकिन मैंने इसकी देखरेख की तो इस वजह से यह हवेली मेरी हुई वैसे भी इस हवेली की में बूट वगैरह भी रहते हैं तुम जल्दी से यहां से चले जाओ।
यह सुनने के बाद राघव और अमन हंसने लगती है और कहते हैं कि क्या तुमने हमें बेवकूफ समझा है हमने शहर से पढ़ाई पूरी कर ली है और हम पढ़े-लिखे लोग हैं हम भूत वगैरह को नहीं मानते हैं पर रहा तुम्हारा सवाल तो तुमने जो भी रखवाली की है यह सहेली की तो हम उसके पैसे तुम्हें दे देंगे और तुम यहां से चले जाओ और यह हवेली हमें शॉप दो वरना मैं तुम पर पुलिस किस कर दूंगा क्योंकि अभी भी हमारे पास इस हवेली के कागजात है इस पर हमारा नाम लिखा है।
पुलिस का नाम सुनने के बाद बूढ़ा व्यक्ति डर जाता है और वहां से चला जाता है जाते-जाते अमन उससे कहता है तुम्हें तुम्हारे रखवाली के पैसे तुम्हारे घर तक पहुंचा दीए जाएंगे और यह सुनने के बाद बूढ़ा व्यक्ति जल्दी से वहां से चले जाता।
जैसे ही अमन और राघव हवेली के अंदर कदम रखते हैं उन्हें हवेली के अंदर बहुत ही अजीब चीज दिखाई देती है और वहां की चीज बहुत ही अजीब अजीब तरीके से लगे होती है और वहां पर एक नक्शा होता है इसलिए लिखा होता है कि इस हवेली के एक जगह पर बहुत सारा खजाना है यह पढ़ने के बाद अमन और राघव को पता चल जाता है कि यह कोई मामूली हवेली नहीं है बल्कि एक रहस्यमई हवेली है।
अब राघव और अमन बहुत ही विचार में पड़ जाते हैं क्योंकि अगर वह इस खजाने की फौज में लगते हैं तूने और भी आदमियों की जरूरत होगी और अगर वह आदमियों को खजाने के बारे में पता चल गया तो वह कुछ भी कर सकते हैं और ना ही वह इस हवेली को बेच सकते हैं क्योंकि जितने पैसे इसको बेचने से आएंगे उससे ज्यादा तो इसमें खजाना ही छुपा है।
अब उन्हें कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें फिर आखिरकार वह एक उपाय ढूंढते हैं वह दोनों ही मिलकर उसे हवेली में खजाने को ढूंढने लगते हैं और आखिरकार 1 साल पूरा होने के बाद उन्हें वह खजाना कहीं नहीं मिलता।
फिर वह समझ जाते हैं कि यह रहस्यमई हवेली नहीं है बल्कि किसी ने हमें गुमराह करने के लिए यह सब किया है और फिर वह हवेली पूरे 1 करोड रुपए में भेज देते हैं और उन पैसों से बिजनेस शुरू करते हैं और खुशी-खुशी अपनी जिंदगी बिताते हैं।
एक भूतिया जंगल
रतनपुर नाम के गांव में एक बहुत ही खास चर्चा थी के उनके पड़ोस के जंगल में जो भी गुजरता है वह गायब हो जाता है क्योंकि कई साल पहले वहां एक पति-पत्नी की लाश पाई गई थी और ऐसा माना जाता था कि वह पति-पत्नी अभी भी जंगल में मौजूद है और जो भी उसे रास्ते से जाता है वह उन्हें गायब कर देते हैं।
यह सुनने के बाद गांव के सारे लोग जंगल के उसे रास्ते से जाने से डरते थे और सभी लोगों ने उसे जंगल को भूतिया जंगल कहना शुरू कर दिया था लेकिन बेचारे गांव वालों को मजबूरी में कभी-कभी लकडीयां लेने के लिए इस जंगल में जाना पड़ता था।
एक बार की बात है उसे गांव में एक कर रहा करता था जिसका नाम बिरजू था बिरजू बहुत ही शातिर चोर था वह 8 महीने शहर में और 4 महीने गांव में रहा करता था वह 8 महीना में शहर से बहुत सारा सामान चुराता और फिर गांव आ जाता था।
इसीलिए पुलिस भी उसे पकड़ नहीं पाती थी और बिरजू कर बहुत ही शानू शौकत से अपनी जिंदगी गुजरता था लेकिन जब गांव वाली बिरजू कर से पूछते थे कि वह क्या काम करता है तो बिरजू कहता था मैं एक बहुत बड़े बैंक में कैशियर का काम करता हूं।
लेकिन बिरजू पढ़ा लिखा तो था नहीं इसीलिए गांव वालों को पता लग चुका था कि वह शहर में चोरी करने जाता है और गांव में आकर पुलिस से छुपता है लेकिन कोई उसके सामने कुछ नहीं करता था क्योंकि वह बहुत ही गुस्सैल और ताकतवर था और बेचारे गांव वाले गरीब इसीलिए कोई भी बिरजू के मुंह नहीं लगना चाहता था।
एक बार पुलिस बिरजू का पीछा करते-करते गांव में आ गई और गांव वालों से बिरजू का पता पूछा गांव वालों ने बिरजू का घर बताया लेकिन पुलिस ने पूरा घर छत मारा लेकिन कोई भी चोरी की हुई चीज उसके घर में नहीं मिली।
यह देखकर पुलिस को लगा क्यों नहीं गलत इनफार्मेशन मिली है इसलिए उन्होंने बिरजू को बिना गिरफ्तार किया वहां से चले गए।
अब बिरजू तो छोड़ था और उसने सामान चोरी भी किया था। लेकिन गांव वालों को समझ नहीं आ रहा था कि उसने चोरी किया हुआ माल कहां रखा है और उसने ऐसी जगह रखा था जहां किसी की सोच भी ना जा सके।
एक दिन सुबह बिरजू अपने चेले काकू से कहता है काकू चलो आज हम कहीं जाकर आते हैं काकू कहता है कहा तो बिरजू कहता है उसे जंगल में यह सुनकर काकू बहुत ही डर जाता है और कहता है वह तो भूतिया जंगल है अगर हम वहां जाएंगे तो हम भी गायब हो जाएंगे।
यह सुनने के बाद बिरजू कहता है अगर तुम मेरे साथ चलोगे तो मैं तुम्हें पूरे ₹5000 दूंगा यह सुनने के बाद काकू के दिल में लेना चाहता है और वह बिरजू के साथ कुछ भूतिया जंगल में जाता है।
जंगल में जाने के बाद काकू यह देखकर हैरान हो जाता है कि बिरजू ने अपना सारा चोरी किया हुआ माल उसे भूतिया जंगल में रखा था और उसे भूतिया जंगल में इतना सारा माल देखकर काकू के दिल में लालच आ जाता है और वह बिरजू से कहता है मुझे इसमें का आधा हिस्सा चाहिए वरना मैं पुलिस को बता दूंगा।
अब बिरजू तो कर था और उसे ऐसे हादसों से निपटना आता था उसने काकू का वही काम तमाम कर दिया और उसे पेड़ से लटका दिया और अपना सारा माल छुपा दिया और गांव में जाकर यह कहा कि हम भूतिया जंगल में गए थे और काकू को एक चुड़ैल ने कहा डाला और उसे आधा अधूरा खाकर पेड़ पर लटका दिया।
यह सुनने के बाद गांव वाले और भी डरने लगे अब तो जो भी गांव वाले जंगल में जाते थे उन्होंने भी ज्यादा बंद कर दिया अब बिरजू का रास्ता साफ हो गया था वह अकेले ही चोरी किया वह माल जंगल से लता और अपना जीवन अच्छे से जीता था।
लेकिन काकू के घर वालों ने जब पुलिस में कंप्लेंट की तो पुलिस ने जंगल में जाकर छानबीन की और पुलिस को बिरजू का सारा चोरी किया हुआ माल वह मिल गया।
फिर बिरजू ने पुलिस में गवाही दी की उसने ही ये खबर पूरे गांव में फैलाई थी कि इस जंगल में भूत है और यह एक भूतिया जंगल है और उसका फायदा यह हुआ कि मेरे माल को कोई हाथ लगा नहीं सकता क्योंकि कोई भी गांव वाला इस जंगल में आ ही नहीं पाया।
यह सुनने के बाद पुलिस ने बिरजू को जेल में डाल दिया और सारे गांव वाले को पता चल गया कि जंगल में कोई भूत नहीं है इसीलिए सभी गांव वाले जंगल में आसानी से आ जा सकते थे और उसे जंगल से बहुत फायदा उठा सकते थे और इसी तरह गांव वालों को उसे भूतिया जंगल से छुटकारा मिला।
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2 Comments
bahut aacha hai
ReplyDeleteThank you 😌
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