आज मैंने सोचा क्यू न बच्चो की मनपसंद chhote bacchon ki kahaniyan लिखू क्यूंकी छोटे बच्चों की मजेदार कहानियां पढ्न बच्चो को बहुत अच्छा लगता है इसी लिए आज मैंने सारे बच्चो के कमेंट को पढ़ने के बाद छोटे बच्चों की मजेदार कहानियां लिखा हु ।
तो चलिये पढ़ते है chhote bacchon ki kahaniyan
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chhote bacchon ki kahaniyan
छोटे बच्चों की मजेदार कहानियां
चतुर बकरी की कहानी
एक बार की बात है एक छोटे से गांव में एक किसान के घर एक बकरी थी उसके तीन बच्चे थे बकरी तीनों ही बच्चों को बहुत अच्छे से पालती पोस्ती थी।
और जहां बकरी रहती थी वहीं पर थोड़ी दूर एक नदी थी और नदी के पार जंगल था बकरी बच्चों से हमेशा कहा करती थी कि बच्चों देखो नदी के इस पारी हमारा ठिकाना है नदी के उसे पर कभी मत जाना क्योंकि नदी के उसे पर बहुत सारे जानवर होते हैं जो हमें खा सकते हैं।
बकरी की बात सुनकर कोई भी बच्चा वहां नहीं जाता था और बकरी अपने बच्चों को बहुत ही अच्छे तरीके से पलटी थी लेकिन एक मर्तबा बकरी का एक बच्चा खेलते खेलते किसान के घर के अंदर पहुंच किसान अपने बेटे से कह रहा था की नदी के उसे पर बहुत ही हरी हरी घास है वह घास लेकर आओ।
बकरी का बच्चा भी उनकी बातें सुन रहा था हरी हरी घास सुनकर वह तो बहुत ही खुश था उसके दिमाग में हरी हरी घटी चल रही थी वह किसी तरह बकरी से छुपाकर नदी के उसे पर जंगल में जा पहुंचा।
और वहां जाकर उसने हरी हरी घास देखकर बहुत खुश हुआ और वहां बहुत ही खास थी और वह घास खाते-खाते पूरा एक घंटा गुजर चुका था और पेट भरने के बाद जब बकरी का बच्चा वापस लौट रहा था तभी उसे वहां पर चार भेड़िया नजर आए।
चार भेड़िया को एक साथ देखकर बकरी का बच्चा बहत डर गया। और जोर-जोर से चिल्लाने लगा। चारों भेड़िया आपस में बात करने वालों की सबसे पहले बकरी के बच्चे को कौन खाएगा उसमें से एक भेड़िया कहने लगा आज मेरा बर्थडे है इसीलिए मैं आज इस बकरी के बच्चे को खाऊंगा।
इतनी देर में बकरी को पता चल चुका था कि उसका एक बच्चा लापता है उसे पूरा विश्वास था कि उसका बच्चा होना हो नदी के पार ही गया है जंगल में।
इसीलिए वह अपने बच्चों को लेने के लिए जंगल में दौड़ी और दौड़ते दौड़ते वह अपने बच्चों के पास पहुंच गई बकरी को भी बच्चों के पास देखकर चारों भेड़िए बहुत ही खुश हो गए और कहने लगे अब तो बर्थडे बहुत ही धूमधाम से होगा क्योंकि अब तो बच्चे के साथ मां भी आ गई है।
बकरी बहुत ही होशियार और चतुर थी। बकरी डर तो रही थी लेकिन दर्द डरते बकरी ने कहा। तुम चारों भेड़ियों की शायद शामत आई है यह सुनकर एक भेड़िया कहने लगा क्या तुम मुझे खाओगे यह सुनकर बकरी कहने लगी मैं तुम्हें कैसे खा सकती हूं लेकिन अगर तुम जंगल के राजा शेर का हुक्म तोड़ोगे तो तुम्हारी तो शामत आ गई ना।
भेड़िया कहता है वह कैसे" बकरी रहती है जंगल के राजा शेर ने मुझे यहां खड़े रहने के लिए कहा था और कहा था कि मैं तुम्हारे बच्चे को खाऊंगा इसीलिए मैं यहां पर खड़ी हूं शेर का इंतजार करते हुए और अगर शेर को पता चला कि तुमने मेरा बच्चा खा लिया तो वह तुम्हें छोड़ेंगे नहीं।
यह सुनने के बाद भेड़िया कहता है लेकिन शेर को पता कैसे चलेगा कि मैं तुम्हारा बच्चा खाया है यह सुनने के बाद बकरी रहती है शेर ने उसे हाथी को मेरे पहरेदारी के लिए यहां रखा है अगर तुम मुझे खा लोगे तो हाथी शेर को सब सब पता देगा और फिर शेर तुम्हें जिंदा नहीं छोड़ेगा।
बच्चों की मजेदार कहानियां
भेड़िया देखा है कि हाथी सचमुच वहां मौजूद था यह देखने के बाद चारों भेड़िया आपस में सलाह करते हैं कि शहर से कौन पंगा लेगा और वह वहां से भाग जाते हैं।
अब बकरी अपनी जान बचाकर अपने को बच्चों को लेकर भागती है कि रास्ते में उसे सचमुच शेयर मिल जाता है शेर दहाड़ने लगता है और बकरी से कहता है आज मैं तुम्हें खा लूंगा यह देखने के बाद बकरी और भी डर जाती है और कब-कब खाते हुए कहती है!
शेर राजा तुम मुझे नहीं खा सकते यह सुनकर शेर करता है क्यों मैं तुम्हें क्यों नहीं खा सकता यह सुनकर बकरी रहती है कि आपकी बीवी शेरनी ने मुझे यहां खड़े रहने के लिए कहा था और कहा था कि मैं जब तक ना आऊं यही खड़े रहना मैं आज ताजा ताजा तुम्हारा घोस्ट अपने शेर को खिलाऊंगी।
शेर कहता है कि सच में शेरनी ने आज ऐसा कहा है बकरी रहती है हां लेकिन शेयर करता है अगर तुम यहां से भाग गई तो फिर क्या होगा बकरी रहती है शेरनी ने उसे कौवे को मेरी निगरानी के लिए यह छोड़ा है शेर देखा है कि सच में कौवा का मौजूद है और शेर यह सोचकर वहां चला जाता है कि अभी नहीं तो बाद में तो मुझे यह बकरी खाने को ही मिलेंगे भला शेरनी का हुकुम कौन तोड़ेगा और शेर वहां से चला जाता है।
बकरी और भी अपनी जान बचाकर भागती है कि तभी रास्ते में उसे शेरनी मिल जाती है शेरनी को देखकर बकरी बहुत डर जाती है शेरनी बकरी पर झपट नहीं वाली होती है कि बकरी रहती है तुम मुझे नहीं खा सकती क्योंकि शेर ने मुझे यहां खड़े रहने के लिए कहा था की शेरनी मुझे रोज शिकार ला कर देती है लेकिन आज मैं शेरनी को एक बकरी और एक बच्चे का शिकार दूंगा।
शेरनी रहती है कि तुम यहां से भाग गई तो फिर बकरी रहती है कैसे भागूंगी शेर ने तो यह खरगोश को मेरी पहरेदारी पर लगाया है शेरनी देखी है कि सचमुच वहां एक खरगोश था शेरनी सोचती है कि सचमुच शेर आज मुझे इनका शिकार करके देगा और शेर ने गुफा में चले जाती है।
अब बकरी अपनी पूरी रफ्तार के साथ अपने बच्चों को लेकर गांव की तरफ भागती है और अपने कोटे के पास जाकर सांस लेती है और सारे बच्चे भी उसके वहीं मौजूद थे बच्चे कहते हैं मम्मी हमें तो लगा था आप जंगल में गई है तो वापस लौट कर नहीं आऊंगी अगर रास्ते में कोई जानवर मिल गया तो।
यह सुनने के बाद बकरी के साथ जो बच्चा था वह कहता है मम्मी को एक नहीं बल्कि तीन-तीन जानवर मिले थे भेड़िया शेर ,और शेरनी लेकिन फिर भी हम बच कर आ गए।
बाकी के बच्चे कहते हैं क्या मम्मी तुमने वह शेर से लादे हो यह सुनकर बकरी रहती है लड़ने के लिए ताकत नहीं बल्कि बुद्धिमानी भी चाहिए।
बच्चों की मजेदार कहानियां
बच्चों ध्यान रखो जब भी तुम्हारे ऊपर कोई मुसीबत है तो तुम सबसे पहले धैर्य रखो धैर्य,समझदारी और चतुराई से कोई मुसीबत से लड़ा जा सकता है।
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